भारत में डिजिटल गेमिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और इसके विकास को सशक्त बनाने के लिए अब सरकार और विभिन्न निजी संस्थाएं सक्रिय हो गई हैं। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में “टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम” (TTP) को लॉन्च किया गया है। यह कार्यक्रम भारतीय गेमिंग प्रतिभाओं को वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने का एक शानदार अवसर प्रदान करेगा। इस पहल का उद्देश्य भारत के गेमिंग उद्योग को न केवल पहचान दिलाना है, बल्कि उसे तकनीकी नवाचार, उद्यमशीलता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सशक्त बनाना भी है।
प्रधानमंत्री का समर्थन और वैश्विक दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में भारतीय गेमिंग उद्योग की क्षमता पर जोर दिया था। उन्होंने युवा पीढ़ी को इन रचनात्मक क्षेत्रों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया था। इसके बाद, उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में भारतीय गेमिंग प्रतिभाओं से स्वदेशी गेम्स बनाने और वैश्विक दर्शकों के लिए पेश करने का आह्वान किया था। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के इसी विज़न को साकार करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
भारत का गेमिंग बाजार और संभावनाएं
वर्तमान में भारत का गेमिंग बाजार 3.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है, और यह अनुमान है कि यह 2034 तक 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है। गेमिंग उद्योग न केवल मनोरंजन के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में उभरा है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान दे रहा है। इस उद्योग में बढ़ते अवसरों को देखते हुए, टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम भारतीय गेमिंग डेवलपर्स और टेक इनोवेटर्स को इस तेजी से बढ़ते बाजार में अपनी पहचान बनाने का अवसर प्रदान करेगा।
टीटीपी के उद्देश्य और प्रक्रिया
टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम भारतीय गेमिंग उद्योग को नई तकनीकों और नवाचारों के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। यह पहल भारतीय डेवलपर्स को वैश्विक गेमिंग बाजार में अपनी पहचान बनाने का मौका देगी। चयनित प्रतिभागियों को 17 से 21 मार्च 2025 तक सैन फ्रांसिस्को में आयोजित गेम डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (GDC) और बाद में भारत में आयोजित वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WEVS) में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
टीटीपी में चयन तीन चरणों में होगा। पहले चरण में प्रतिभागियों को अपनी प्रविष्टियां जमा करनी होंगी, जिनका मूल्यांकन किया जाएगा। दूसरे चरण में चयनित उम्मीदवारों को अपने गेमिंग कॉन्सेप्ट को विशेषज्ञों के सामने प्रस्तुत करना होगा। अंत में, विजेताओं को मेंटरशिप और प्रशिक्षण मिलेगा, ताकि वे अपने विचारों को वैश्विक मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकें।
विनजो के सहयोग से वैश्विक स्तर पर पहुंच
विनजो के सह-संस्थापक पवन नंदा ने इस पहल को नवाचार और महत्वाकांक्षा का संगम बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय गेमिंग स्टार्टअप्स को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफलता पाने के लिए फंडिंग, अत्याधुनिक संसाधन और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंच प्राप्त होगी। इससे भारतीय गेमिंग स्टार्टअप्स को अपनी क्षमता दिखाने और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।
नवीनतम संसाधन और अवसर
टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम (TTP) के तीसरे सीज़न में गेम डेवलपर्स, ईस्पोर्ट्स संगठनों और अन्य गेमिंग समाधान प्रदाताओं को निवेश, मार्गदर्शन और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा। इसमें फंडिंग, उन्नत मार्गदर्शन, और आधुनिक टूल्स जैसी सुविधाएं शामिल की गई हैं, ताकि भारतीय गेमिंग स्टार्टअप्स नवाचार कर सकें और वैश्विक गेमिंग उद्योग में अपनी जगह बना सकें।
Reported By: Arun Sharma