विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि धामी सरकार ने जब से कार्यभार संभाला है तब से विद्युत मूल्य वृद्धि एवं विद्युत चोरी (लाइन लॉस)रुकने का नाम नहीं ले रही है | वर्ष 2021-22 में विद्युत मूल्य 100 यूनिट तक 2.80 रुपए प्रति यूनिट, 100 से 200 तक 4.00 रुपए, 200 से 400 यूनिट तक 5.50 रुपए एवं 400 यूनिट से ऊपर ₹625 प्रति यूनिट निर्धारित थे, लेकिन हाल ही में सरकार द्वारा विद्युत मूल्य 100 यूनिट तक 3.65 प्रति यूनिट,100 से 200 यूनिट तक 5.25, 200 से 400 तक 7:15 एवं 400 यूनिट से ऊपर 7.80 रुपए प्रति यूनिट निर्धारित किया है , जोकि सरेआम लूट है |
इस सरकारी लूट के अलावा भी कई प्रकार के टैक्स विद्युत बिलों में जुड़कर आ रहे हैं | नेगी ने कहा कि इसी प्रकार धामी सरकार के कार्यकाल में प्रदेश के कई विद्युत वितरण खंडों में लाइन लॉस 50 से 70 फ़ीसदी तक पहुंच गया है, जिसको रोकने में भी सरकार नाकाम हो रही है| जिस प्रदेश में भरपूर विद्युत उत्पादन होता हो तब हालात ऐसे हैं तो अन्य प्रदेशों की कल्पना ही छोड़ दीजिए | ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि सरकार आखिर किस बात की उपलब्धि पर जश्न मना रही है !
हर मोर्चे पर विफल सरकार मीडिया को भारी भरकम विज्ञापनों के माध्यम से सरकारी खजाना लूटवाकर अपना गुणगान करवा रही है, जबकि धरातल पर उपलब्धि के नाम पर बिल्कुल शून्य है | प्रदेश की जनता मातम मनाने को मजबूर है, लेकिन गैरजिम्मेदार राजभवन धृतराष्ट्र की भूमिका में बैठा तमाशा देख रहा है |
Reported By: Arun Sharma